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अरविंद केजरीवाल की दोहरी छवि: आम आदमी से रईस नेता तक की असलियत

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 "अरविंद केजरीवाल की साधारण दिखने वाली छवि के पीछे की रईसी जीवनशैली को उजागर करता यह लेख, उनके 'आम आदमी' ब्रांड की सच्चाई पर रोशनी डालता है।" भारतीय राजनीति में कुछ नेता अपने सादे पहनावे और भाषणों से जनता का भरोसा जीत लेते हैं। अरविंद केजरीवाल भी ऐसे ही एक नेता हैं, जिनकी सार्वजनिक छवि एक "आम आदमी" की बनाई गई है। लेकिन जब हम उनके निजी जीवन की परतें खोलते हैं, तो एक बिल्कुल विपरीत और बेहद रईसी छवि सामने आती है। 1. सादगी का ब्रांड या दिखावा? केजरीवाल हमेशा सादी शर्ट-पैंट और मफलर में दिखाई देते हैं। वे खुद को जनता का हिस्सा बताकर जनता की सहानुभूति अर्जित करते हैं। लेकिन यह 'सादगी' सिर्फ कैमरे और टीवी स्क्रीन के लिए होती है। पीछे की हकीकत कुछ और ही बयां करती है। 2. बेटी की शादी – आम आदमी या करोड़पति?  अरविंद केजरीवाल ने अपनी बेटी की शादी दिल्ली के सबसे महंगे होटल में की, जहाँ करोड़ों रुपये खर्च किए गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी में हाई-प्रोफाइल गेस्ट, विदेशी डेकोरेशन, महंगे आउटफिट्स और लग्ज़री इंतजाम थे। सवाल ये है – क्या एक आम आदमी इतना खर्च कर ...

मोहब्बत की दुकान" या राजनीति की रंगीली गलियाँ?

 2024 के चुनावी समर से लेकर अब तक, राहुल गांधी एक ही तख्ती लेकर देशभर में घूम रहे हैं — "मोहब्बत की दुकान खुली है, नफरत के बाज़ार में"। देखने-सुनने में यह लाइन जितनी मासूम लगती है, असलियत में उतनी ही गूढ़ और गड़बड़झाला है। कहने को तो राहुल जी मोहब्बत बेच रहे हैं, लेकिन यह 'दुकान' न जाने किस गली में खोली गई है, जहाँ हर ग्राहक पर शक किया जाता है, और दुकानदार खुद हर बात में नाराज़ होकर ट्विटर पर प्रवचन देने लगते हैं। अब भला बताइए, भारत जैसे सांस्कृतिक, पारंपरिक और मूल्यनिष्ठ देश में कोई मोहब्बत की दुकान खोलकर राजनीति करने लगे, तो जनता उसे नेता मानेगी या फिर गली का कोई बॉलीवुड टपोरी? भारत की संस्कृति में "दुकान" शब्द का तात्पर्य व्यापार से है — वह व्यापार चाहे भावनाओं का हो या चीज़ों का। परंतु हमारे प्यारे पप्पू ने तो इस शब्द को भी एक नए ही आयाम पर पहुँचा दिया है। मोहब्बत बेचकर प्रधानमंत्री बनने का सपना देखना शायद राहुल गांधी की सबसे बड़ी राजनीतिक मूर्खता है — या कहें, फुल टाइम ड्रामा और पार्ट टाइम पॉलिटिक्स। यहां भारत है साहब, बैंकॉक नहीं! जहाँ ऐसी दुकानों के न...