SEBI प्रमुख बनाम Hindenburg: मॉरीशस-आधारित फंड विवाद - जानिए पूरी कहानी
परिचय हाल ही में मॉरीशस के वित्तीय सेवा आयोग (FSC) ने Hindenburg Research और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के बीच चल रहे विवाद पर एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया। यह विवाद SEBI की चेयरपर्सन पर लगाए गए उन आरोपों के इर्द-गिर्द घूमता है, जो मॉरीशस-आधारित एक फंड से संबंधित हैं। पृष्ठभूमि: Hindenburg Research के आरोप Hindenburg Research , जो कि अमेरिका-आधारित एक प्रसिद्ध शॉर्ट-सेलर है, ने कुछ समय पहले कई भारतीय समूहों और उनकी वित्तीय प्रक्रियाओं को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस रिपोर्ट के प्रमुख आरोपों में से एक मॉरीशस-आधारित एक फंड की संदिग्ध भूमिका थी। शॉर्ट-सेलर ने संकेत दिया था कि इस फंड का उपयोग वित्तीय लेन-देन को छुपाने के लिए किया जा रहा है, जिसमें SEBI की चेयरपर्सन की भूमिका भी शामिल हो सकती है। FSC मॉरीशस का स्पष्टीकरण इन आरोपों के जवाब में, FSC मॉरीशस ने एक स्पष्ट बयान दिया है। आयोग के अनुसार, जिस फंड की चर्चा की जा रही है, वह मॉरीशस में अधिवासित नहीं है। यह स्पष्टीकरण इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीधे Hindenburg के आरोपों की वैधता को चुनौती देता है और यह सुझाव